देश भर मे श्रद्धा भाव से मनाई गई निर्जला एकादशी, इस अवसर पर छबिल लगाई गई, जीरकपुर मे शिव मंदिर बादल कालोनी मे भी छबिल वितरण हुआ
सभी एकादशियों में सबसे खास मानी जानी वाली निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाता है। परिवार में सुख समृद्धि की प्राप्ति तथा भगवान विष्णु की कृपा पाने को लेकर निर्जला एकादशी का त्योहार इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग तथा रवि योग के बीच मनाया गया । निर्जला एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि एवं रवि योग बन रहा है । सनातन परंपरा में रखे जाने वाले तमाम व्रतों में निर्जला एकादशी का व्रत सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला है।
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी निर्जला एकादशी पर किया गया व्रत, अनुष्ठान बेहद फलदायी है। इस दिन किए गए पूजन व दान-पुण्य से अक्षय पुण्य की प्रप्ति होती है। मान्यता है कि भगवान विष्णु का आशीर्वाद दिलाने वाली सभी एकादशी व्रत में निर्जला एकादशी व्रत सबसे कठिन होती है। दिन व्रत रखने, पूजा और दान करने से व्रती जीवन में सुख-समृद्धि का भोग करते हुए अंत समय में मोक्ष को प्राप्त होता है।इसे निर्जला एकादशी कहा जाता है।