चंडीगढ़.. PCCTU,चंडीगढ़ की जिला परिषद ने कॉलेजों में नई शिक्षा नीति (एनईपी) के अनियोजित और असामयिक कार्यान्वयन के खिलाफ पंजाब विश्वविद्यालय, मे प्रशासनिक ब्लॉक के सामने विरोध प्रदर्शन किया, पूर्व में सीनेटरों को एक ज्ञापन भी दिया। आज की सीनेट बैठक मे इस तथ्य पर जोर दिया कि एनईपी उच्च शिक्षा प्रणाली में भारी बदलाव लाएगी, इसलिए एनईपी के वास्तविक उद्देश्य की पूर्ति के लिए सावधानीपूर्वक कार्यान्वयन की योजना बनाना सबसे महत्वपूर्ण है।
चंडीगढ़ के जिला परिषद के अध्यक्ष डॉ. सुरजीत सिंह ने कहा कि कॉलेज अभी भी इतने कम समय में इन परिवर्तनों को अपनाने के लिए तैयार नहीं हैं इसलिए, आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए कॉलेजों में एनईपी के कार्यान्वयन को स्थगित करने की आवश्यकता है।
डॉ.नवनीत ने कहा कि NEP को पहले केवल विश्वविद्यालय में लागू किया जाना चाहिए और सफल कार्यान्वयन के बाद इसे व्यापक स्पेक्ट्रम यानी कॉलेजों में लागू किया जा सकता है। आगे उन्होंने कहा कि एनईपी को लेकर अभी भी शिक्षकों के साथ-साथ छात्रों में भी बहुत भ्रम है। सभी शंकाओं को दूर करने के लिए शिक्षकों और छात्रों को पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए।
डॉ विनय सोहफत, अध्यक्ष, पीसीसीटीयू, डॉ भूपिंदर सिंह पूर्व अध्यक्ष, जिला परिषद, पीसीसीटीयू चंडीगढ़ और डॉ हिमांशु, पूर्व सचिव जिला परिषद, पीसीसीटीयू चंडीगढ़ के साथ-साथ चंडीगढ़ और पंजाब के विभिन्न कॉलेजों के कई फैकल्टी सदस्यों ने भी आंदोलन में भाग लिया