जालंधर/ हिमाचल प्रदेश.....केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने जालंधर में BSF फ्रंटियर हेडक्वार्टर में आयोजित रोजगार मेले में युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये ,फिर हिमाचल प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर व्यतीत किया। सबसे पहले अनुराग ठाकुर ने बाबा बाल जी आश्रम कोटला कलां, ऊना में चल रही श्रीमद भागवत कथा में भाग लेकर संत बाबा बाल जी महाराज का आशीर्वाद लिया । तत्पश्चात ऊना विधानसभा स्थित नगर परिषद के वार्ड नंबर 10 में गांव चलो अभियान में उपस्थित रहे। इसके बाद ठाकुर हरोली विधानसभा पहुंचे जहां गोंदपुर जयचंद में स्थानीय कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
रोजगार मेले के बाद पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, "हर युवा को सम्मान, हर हाथ काम। युवाओं के उज्ज्वल भविष्य निर्माण के लिए मोदी सरकार सदैव समर्पित रही है। एक वर्ष मे 10 लाख से ज़्यादा सरकारी नौकरी के अपने वादे को पूरा करते हुए केंद्र सरकार की ओर आज देश के 47 स्थानों पर रोज़गार मेला के अन्तर्गत 1 लाख से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए।रोज़गार मेला के अन्तर्गत जालंधर में मुझे 161 युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर उनके जीवन के इस महत्वपूर्ण क्षण का सहभागी बनने का सुअवसर मिला। युवाओं को सशक्त बनाना व देश को प्रगति की ओर ले जाना यही मोदी की गारंटी है। भारत की प्रगति को नयी ऊंचाइयों तक ले जाना युवा शक्ति की जिम्मेदारी है ।
इसके पश्चात अनुराग ठाकुर ने नौसेना के पूर्व अधिकारियों के कतर से सकुशल वापसी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, "नए भारत में हर भारतीय की जान बेशक़ीमती है। कतर से भारत लौटे देश के वीर जवानों का हार्दिक अभिनंदन। मोदी है तो, मुमकिन है।" "आज से 45 दिन पहले इन नौसेना के पूर्व अधिकारीयों की फांसी की सजा को उम्र कैद में बदला गया था। और आज इन सभी की सकुशल घर वापसी हुई है। इससे पहले भी ऑपरेशन गंगा चलाकर यूक्रेन से लगभग 27000 भारतीय छात्र-छात्राओं को सकुशल वापस भारत लाया गया था। आज दुनिया के किसी भी कोने में युद्ध हो या संकट आया हो, भारत के लोगों को सकुशल वापस निकाला जाता है। नेपाल में भूकंप हो या अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हो हमने सभी भारतीयों को वहां से निकाला है। अफगानिस्तान से हजारों सिख परिवारों को मोदी सरकार ने सकुशल भारत लाया। गुरु ग्रंथ साहब को आदर पूर्वक वापस लाने हेतु विशेष विमान का प्रयोग किया गया। इससे पता चलता है कि पिछले 10 वर्षों में वैश्विक स्तर पर भारत का कितना मान सम्मान बढ़ा है। आज हमारी साख पहले से कहीं अधिक है।"