हमीरपुर.(हिमाचल प्रदेश ): केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हमीरपुर में 4,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश से 15 राष्ट्रीय राजमार्ग और 1 रोपवे परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार प्रकट किया है।अनुराग ठाकुर ने कहा “ हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है और सड़कें यहाँ यातायात का मुख्य साधन हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सदा ही हिमाचल को अपना दूसरा घर माना है और देवभूमि को सौग़ातें देने में कभी कोई कमी नहीं छोड़ी है।यह अपार हर्ष का विषय है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की गरिमायी उपस्थिति में नितिन गड़करी के कर कमलों से आज मेरे हमीरपुर में 4,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश से 15 राष्ट्रीय राजमार्ग और 1 रोपवे परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास हुआ है।
गोविंद सागर झील पर केबल स्टेड ब्रिज से बिरहु से लठियाणी, हमीरपुर से ऊना की वर्तमान दूरी 21 किमी कम होगी। जो अम्ब में 19 करोड़ का ब्रिज पूरा हुआ और ढलियारा रोड पर देहरा में ब्रिज पूरा हुआ 19 करोड़ रुपए,स्वां खंड पर ₹55 करोड़ की लागत से स्वां खंड पर पुल को मंज़ूरी, CRF फंड में 150 करोड़ रुपयों की मंज़ूरी, 2 लेन की शिमला-मटौर को फ़ोर लेन की मंज़ूरी, 740 करोड़ हमीरपुर बाईपास की मंज़ूरी, हमीरपुर में रिंग रोड की मंज़ूरी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में विकास की एक नई गाथा लिखेगी”
अनुराग ठाकुर ने बताया की “लोकार्पित हुई परियोजनाओं में देवरीघाट-प्रेमघाट पर ठियोग बाईपास का निर्माण, कलरुही खंड पर 196 मी लंबे सेतु का निर्माण और कांगड़ा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 503 पर 225 मी लंबे ढलियारा पुल का निर्माण शामिल है।
आज भूमिपूजन हुई परियोजनाओं में सड़क निर्माण परियोजनाएं, राष्ट्रीय राजमार्ग 503A पर बिरहू-लठियाणी तक 8 किमी लंबे 4-लेन मिसिंग लिंक और केबल स्टे पुल का निर्माण, 272 करोड़ रुपए की लागत से कुल्लू के मोहल से प्रसिद्ध बिजली महादेव मंदिर तक 2 किमी लंबे रोपवे का निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग 22 के परवाणु-सोलन खंड पर भूस्खलन रोकने के लिए 4 किमी लंबाई में स्लोप प्रोटेक्शन के कार्य, राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर 500 मीटर लंबी कृत्रिम सुरंग का निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग 503 पर 410 मी लंबे 2-लेन आरयुबी का निर्माण और सीआरआईएफ के माध्यम से 4 परियोजनाओं के कार्य हो रहे है।
अनुराग ठाकुर ने कहा हमीरपुर से मंडी की दूरी 15 किमी कम होगी तथा टौणी देवी, अवाहदेवी, सरकाघाट, धर्मपुर आदि क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा। दारलाघाट सीमेंट फैक्टरी एवं एम्स बिलासपुर को 4-लेन कनेक्टिविटी मिलने से इस क्षेत्र की आवागमन की सुविधा बढ़ेगी व पर्यटन का विकास होगा एवं रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।